Gold Price Today: 30 सितंबर 2024, सोमवार को सोने की कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिला है। हफ्ते के पहले दिन और महीने के आखिरी दिन 10 ग्राम सोने के भाव में 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। आइए जानें इस तेजी के कारण और विभिन्न शहरों में सोने के वर्तमान दर।
कीमतों में वृद्धि के कारण
सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी मुख्यतः दो कारणों से हुई है:
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की लगातार बढ़ती कीमतें
2. घरेलू बाजार में सोने की मांग में वृद्धि
प्रमुख शहरों में सोने के दर
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद
- – 24 कैरेट: 77,540 रुपये प्रति 10 ग्राम
– 22 कैरेट: 71,090 रुपये प्रति 10 ग्राम
मुंबई, कोलकाता और चेन्नई
- 24 कैरेट: 77,390 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट: 70,940 रुपये प्रति 10 ग्राम
लखनऊ और जयपुर
- 24 कैरेट: 77,540 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट: 71,090 रुपये प्रति 10 ग्राम
पटना
- 24 कैरेट: 77,440 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट: 70,990 रुपये प्रति 10 ग्राम
भुवनेश्वर
- 24 कैरेट: 77,390 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट: 70,940 रुपये प्रति 10 ग्राम
पिछले दिन की तुलना
बुधवार को सोने का भाव अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर 78,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने का भाव 400 रुपये की तेजी के साथ 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया।
चांदी के दर
चांदी की कीमत भी बढ़कर 94,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।
बाजार विश्लेषण
सोने की कीमतों में यह लगातार वृद्धि कई कारकों का परिणाम है:
1. वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता
2. मुद्रास्फीति के डर से निवेशकों का सोने की ओर रुख
3. त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ घरेलू मांग में बढ़ोतरी
निवेशकों के लिए सुझाव
1. लंबी अवधि के निवेश के लिए सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
2. छोटी अवधि में कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
3. विविधीकरण के लिए अपने पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
सोने की कीमतों में यह तेजी आने वाले समय में भी जारी रह सकती है। हालांकि, निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए और बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए। सोने में निवेश करते समय अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। आने वाले त्योहारी सीजन में सोने की मांग और बढ़ सकती है, जो कीमतों को और ऊपर ले जा सकती है।