Credit Card Loan EMI: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारत सरकार ने बैंक खातों से संबंधित कई नए नियम जारी किए हैं, जो 1 नवंबर 2024 से लागू होंगे। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता बढ़ाना और धोखाधड़ी को रोकना है। आइए जानें इन नए नियमों के बारे में विस्तार से।
लेनदेन रिकॉर्ड
नए नियमों के तहत, बैंकों को अपने ग्राहकों के सभी लेनदेन का विस्तृत रिकॉर्ड रखना होगा। इसमें जमा, निकासी, अन्य खातों में भुगतान, डिजिटल लेनदेन, चेक भुगतान और ATM निकासी शामिल हैं। यह रिकॉर्ड कम से कम 8 साल तक सुरक्षित रखना होगा, जो किसी भी जांच या ऑडिट में सहायक होगा।
KYC अपडेट: हर दो साल में जरूरी
ग्राहकों को अब हर 2 साल में अपना KYC (Know Your Customer) अपडेट करना होगा। इसमें नवीनतम फोटो, पता प्रमाण, पहचान प्रमाण और आय का स्रोत शामिल हैं। समय पर KYC अपडेट न करने पर बैंक खाते पर प्रतिबंध लगा सकता है।
निष्क्रिय खाते: दो साल बाद फ्रीज
अगर कोई खाता 2 साल तक निष्क्रिय रहता है, तो बैंक उसे फ्रीज कर सकता है। ऐसे खातों को फिर से सक्रिय करने के लिए ग्राहक को बैंक शाखा जाकर KYC अपडेट करना और लिखित आवेदन देना होगा।
कैश लेनदेन
50,000 रुपये से अधिक के सभी कैश लेनदेन के लिए पैन कार्ड देना अनिवार्य होगा। 10 लाख रुपये से अधिक के दैनिक कैश लेनदेन पर आयकर विभाग को सूचना दी जाएगी। 2 लाख रुपये से अधिक के कैश जमा पर 1% TDS काटा जाएगा।
डिजिटल लेनदेन
UPI और NEFT जैसे डिजिटल लेनदेन के लिए नए सुरक्षा मानदंड लागू किए गए हैं। इनमें दो-स्तरीय प्रमाणीकरण, उच्च मूल्य के लेनदेन के लिए OTP, और नए डिवाइस से लेनदेन पर अतिरिक्त सत्यापन शामिल हैं।
बचत खाता ब्याज
बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस न रखने पर ब्याज में कटौती के नए नियम लागू किए हैं। ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग न्यूनतम बैलेंस निर्धारित किए गए हैं।
चेक बुक और ATM लेनदेन
अब केवल पहली चेक बुक मुफ्त होगी, उसके बाद शुल्क लगेगा। ATM लेनदेन के लिए मुफ्त लेनदेन की संख्या कम कर दी गई है।
ऑनलाइन बैंकिंग
ऑनलाइन बैंकिंग को और सुरक्षित बनाने के लिए नए उपाय लागू किए गए हैं, जैसे नियमित पासवर्ड बदलाव और अतिरिक्त प्रमाणीकरण।
NEFT, RTGS और क्रेडिट कार्ड: नए शुल्क और नियम
NEFT और RTGS लेनदेन के लिए नए शुल्क निर्धारित किए गए हैं। क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए न्यूनतम देय राशि और ग्रेस पीरियड में बदलाव किए गए हैं।
लोन
बैंक लोन के लिए फ्लोटिंग रेट, प्री-पेमेंट पेनल्टी और को-बॉरोअर के लिए नए नियम लागू किए गए हैं।
ये नए नियम बैंकिंग प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए लाए गए हैं। हालांकि, ग्राहकों को इन नियमों के बारे में जागरूक रहना होगा और अपने बैंकिंग व्यवहार में आवश्यक बदलाव करने होंगे। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप अपने खाते को नियमित रूप से अपडेट रखें, सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं का पालन करें, और किसी भी शंका के लिए अपने बैंक से संपर्क करें। इन नियमों का पालन करके, आप न केवल अपने वित्त को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि समग्र बैंकिंग प्रणाली की मजबूती में भी योगदान दे सकते हैं।