RBI Action: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार गैर-बैंकिंग माइक्रो लेंडर्स का लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई इन कंपनियों द्वारा ग्राहकों से अत्यधिक ब्याज वसूलने के कारण की गई है।
कार्रवाई का कारण
जांच में पाया गया कि ये कंपनियां गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की आर्थिक मजबूरी का फायदा उठाकर सूदखोरी कर रही थीं। इन संस्थानों ने लोगों से इतना अधिक ब्याज वसूला कि उनकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हुई। आरबीआई के नियमों के विपरीत, ये संस्थान दिए गए लोन से भी ज्यादा राशि ब्याज के रूप में वसूल रहे थे।
प्रभावित कंपनियां
आरबीआई ने निम्नलिखित चार कंपनियों का लाइसेंस रद्द किया है:
1. आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड
2. आरोहण फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड
3. डीएमआई फाइनेंस
4. सचिन बंसल नवी फिनसर्व
अवैध वसूली का तरीका
इन कंपनियों का कार्य प्रणाली निम्न प्रकार था:
- 14 प्रतिशत का मुनाफा बनाए रखने के लिए मनमाना ब्याज वसूलते थे
- वेटेड एवरेज लेंडिंग रेट नियमों के विपरीत था
- लोन राशि से अधिक ब्याज वसूली करते थे
- आरबीआई के रेगुलेशन का उल्लंघन करते थे
आरबीआई की नई गाइडलाइंस
रिजर्व बैंक ने इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
1. केवल लाइसेंस प्राप्त संस्थान ही लोन दे सकते हैं
2. थर्ड पार्टी की फीस का बोझ ग्राहक पर नहीं डाला जा सकता
3. ब्याज दरें आरबीआई के नियमों के अनुरूप होनी चाहिए
कार्रवाई का प्रभाव
17 अक्टूबर से इन सभी कंपनियों को तत्काल प्रभाव से लोन बांटने की गतिविधियां बंद करने का आदेश दिया गया है। यह कार्रवाई गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र में एक बड़ा संदेश है कि नियमों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ग्राहकों के लिए सुरक्षा उपाय
इस कार्रवाई से ग्राहकों को निम्नलिखित लाभ होंगे:
- अनुचित ब्याज दरों से बचाव
- पारदर्शी लेनदेन व्यवस्था
- नियमित बैंकिंग सेवाओं का लाभ
- आर्थिक शोषण से सुरक्षा
आरबीआई की यह कार्रवाई वित्तीय क्षेत्र में अनुशासन स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को एक स्पष्ट संदेश देती है कि नियमों का पालन न करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह आम लोगों के हितों की रक्षा के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्राहकों को भी सलाह दी जाती है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त संस्थानों से ही लोन लें और सभी नियमों और शर्तों को अच्छी तरह समझ लें।